प्रार्थना ईश्वर का वरदान

The Gift of Prayer in Hindi

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प्रार्थना मनुष्यों का एक कार्य नहीं है | ईश्वर स्वयं प्रार्थना की शुरुवात करते हैं | प्रार्थना ईश्वरीय वरदान है, क्योंकि इसके द्वारा ईश्वर हम से बात करते हैं |

अपनों से बड़े लोगों से हम सामान्य रूप से बात नहीं कर पाते हैं | हमारे आदरणीय प्रधान मंत्री से क्या हम फ़ोन में बात कर सकते हैं? बिलकुल नहीं ! पर हाँ यदि वे हमें खुद फ़ोन करें तो जरूर हम बात कर सकते हैं |

यदि एक साधारण मनुष्य की बात यह है तो ईश्वर की बात तो और भी बड़ी होती ! इसलिए प्रार्थना एक ईश्वरीय कार्य और ईश्वर का वरदान भी है |

प्रभु येसु और समारी स्त्री के बीच के मिलान की घटना के सहारे इस महत्वपूर्ण विषय पर मनन कर सकते हैं | इस घटना को हम सन्त योहन का सुसमाचार 4:42 में पढ़ सकते हैं |

ईश्वर से हमें क्यों प्रार्थना करना चाहिए? इस महान वरदान का लाभ कैसे उठाना चाहिए?

इनका जवाब जानने पूरे वीडियो को देखिये |