Everything is NOT written in the Bible in Hindi
पवित्र बाइबिल ही ख्रीस्तीयों का आधिकारिक पुस्तक है। पवित्र बाइबिल पर आधारित ही हमें जीवन जीना है, क्योंकि यह जीवंत ईश्वर का जीवंत वचन है। हर विश्वासी जीवन और विश्वास से जुडी बातों को पवित्र बाइबिल में ही ढूंढते हैं।
लेकिन हम पाते हैं कि हर बात पवित्र बाइबिल में प्रत्यक्ष रूप से नहीं लिखी गयी है। तो यदि बाइबिल में नहीं लिखा गया है तो क्या करें? हम पूछते हैं, “यह पवित्र बाइबिल में कहाँ है?” ‘Where is it in the Bible?’
कलीसिया 2000 साल की यात्रा पूरी कर यहाँ तक पहुँची है। ख्रीस्तीय विश्वास की कुछ महत्त्वपूर्ण बातें पवित्र बाइबिल में नहीं हैं ! विश्वास की हर बात पवित्र बाइबिल में प्रत्यक्ष रूप से नहीं लिखी गयी है !
जैसे पवित्र त्रित्व, प्रभु येसु के वास्तविक स्वाभाव, आदि,
नये विधान में क्या लिखा गया है? प्रभु येसु का जीवन, उनके स्वर्गारोहण तक की ही बातों को हम सुसमाचार में देख सकते हैं।
‘प्रेरित चरित या प्रेरितों का कार्य’ नामक पुस्तक में प्रारम्भि कलीसिया का कुछ इतिहास, विशेष रूप से संत पौलुस से जुडी बातें। प्रेरितों के बारे में ज्यादा कुछ भी नहीं लिखा गया है, यहाँ तक कुछ लोगों का नाम तक नहीं !
यदि बाइबिल में नहीं लिखा गया है तो क्या करें? इसी के लिए कलीसिया समय समय पर महा-सभाओं का आयोजन करती आ रही है।
पवित्र बाइबिल, पवित्र परंपरा और मजिस्ट्रियम अविभाज्य हैं। इस प्रश्न – “यदि बाइबिल में नहीं लिखा गया है तो क्या करें?” – का जवाब कलीसिया से ही मिल सकता है।
कलीसिया पवित्र बाइबिल, पवित्र परंपरा और मजिस्ट्रियम के माध्यम से जो बातें प्रत्यक्ष रूप से नहीं लिखी गयी हैं, उनका सही जवाब दे सकती है और देती भी है जैसे वह करती आ रही है।
इस महत्त्वपूर्ण विषय को सही तरीके से समझने पूरे वीडियो को देखिये।
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