ईश-प्रेम

ईश-प्रेम पर पवित्र बाइबिल के वचनों को यहाँ देख सकते हैं। जिस वचन को पढ़ना चाहते हैं, उसको क्लिक करिये। 👇

  1. सन्त योहन 3:16 – ईश्वर ने संसार को इतना प्यार किया …. Read more….
  2. निर्गमन ग्रन्थ 3:7 – मैंने मिस्र में रहने वाली अपनी प्रजा की दयनीय दशा देखी …. Read more …. 
  3. विधि-विवरण ग्रन्थ 32:11 – गरूड़ जिस तरह अपने नीड़ की रखवाली करता …. Read more ….
  4. इसायाह का ग्रन्थ 43:4 – तुम मेरी दृष्टि में मूल्यवान् हो  …. Read More ….
  5. इसायाह का ग्रन्थ 49:15 – क्या स्त्री अपना दुधमुँहा बच्चा भुला सकती है?…. Read more ….
  6. इसायाह का ग्रन्थ 49:16 – मैंने तुम्हें अपनी हथेलियों पर अंकित किया है …. Read more ….
  7. इसायाह का ग्रन्थ 54:8 – मैं अनन्त प्रेम से तुझ पर दया करता रहूँगा …. Read more ….
  8. इसायाह का ग्रन्थ 54:10 – चाहे पहाड़ टल जायें और पहाड़ियाँ डाँवाडोल हो जायें …. Read more ….
  9. इसायाह का ग्रन्थ 63:9 – अपने प्रेम तथा अपनी अनुकम्पा के अनुरूप …. Read more ….
  10. यिरमियाह का ग्रन्थ 31:3 – मैं अनन्त काल से तुम को प्यार करता आ रहा हूँ, …. Read more….