ईश-वचन
ईश-वचन पर पवित्र बाइबिल के वचनों को यहाँ देख सकते हैं। जिस वचन को पढ़ना चाहते हैं, उसको क्लिक करिये। 👇
- विधि-विवरण ग्रन्थ 8:3 – मनुष्य रोटी से ही नहीं जीता है …. Read more ….
- विधि-विवरण ग्रन्थ 30:14 – वचन तो तुम्हारे पास ही है …. Read More ….
- स्तोत्र ग्रन्थ 33:4 – प्रभु का वचन सच्चा है …. Read more ….
- स्तोत्र ग्रन्थ 107:20 – उसने अपनी वाणी भेज कर उन्हें …. Read more ….
- स्तोत्र ग्रन्थ 119:9 – तेरी शिक्षा का पालन करने से ही नवयुवक …. Read more ….
- स्तोत्र ग्रन्थ 119:11 – मैंने तेरी शिक्षा अपने हृदय में …. Read more ….
- स्तोत्र ग्रन्थ 119:105 – तेरी शिक्षा मुझे ज्योति प्रदान करती और …. Read more ….
- सूक्ति ग्रन्थ 30:5 – ईश्वर की प्रत्येक प्रतिज्ञा विश्वसनीय है …. Read more ….
- इसायाह का ग्रन्थ 40:8 – घास सूख जाती और फूल मुरझाता है …. Read more ….
- इसायाह का ग्रन्थ 55:10-11 – मेरी वाणी मेरे मुख से निकल कर …. Read more ….
- यिरमियाह का ग्रन्थ 23:29 – मेरी वाणी अग्नि-जैसी है …. Read more ….
इसायाह का ग्रन्थ 55:10-11
इसायाह का ग्रन्थ 55:10-11 | Bible Shorts & Wallpapers | Isaiah 55:10-11 विषय – ईश-वचन जिस तरह पानी और बर्फ़ आकाश से उतर कर भूमि सींचे बिना,उसे उपजाऊ बनाये और हरियाली से ढके बिना वहाँ नहीं लौटते, जिससे भूमि बीज बोने वाले को बीज और खाने वाले को अनाज दे सके, उसी तरह मेरी वाणी …