माता मरियम

धन्य कुँवारी मरियम, ईश्वर की माँ हैं। प्रभु येसु ने क्रूस पर मरते समय अपनी प्यारी माँ को हर एक विश्वासी की माँ के रूप में दिया।
इसके लिए एक शर्त प्रभु येसु ने रखा है। वह है “जिसे वह (प्रभु) प्यार करते हैं”।
सन्त योहन अध्याय 19 में लिखा है :- “ईसा ने अपनी माता को और उनके पास अपने उस शिष्य को, जिसे वह प्यार करते थे देखा। उन्होंने अपनी माता से कहा, “भद्रे! यह आपका पुत्र है”। इसके बाद उन्होंने उस शिष्य से कहा, “यह तुम्हारी माता है”। उस समय से उस शिष्य ने उसे अपने यहाँ आश्रय दिया।”
ईश्वर के इस महान वरदान को बहुत सारे लोग नहीं समझ पाते हैं। यदि आपके मन में भी कोई प्रश्न होगा तो जवाब यहाँ मिल सकते हैं। आप विश्वास करते भी हों तो आपका विश्वास मजभूत हो सकता है।