Salvation History only in 14 Books
बाइबिल का अध्ययन ईसाई जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यह हमें ईश्वर के प्रेम, उनके कार्यों और उनकी योजना के बारे में गहराई से समझने का अवसर प्रदान करता है। बाइबिल के सम्पूर्ण मुक्ति-इतिहास को समझने के लिए, फादर जॉर्ज मैरी क्लैरेट ने 14 प्रमुख पुस्तकों को चुना है, जो हमें सृष्टि से लेकर प्रारंभिक कलीसिया के इतिहास तक ले जाती हैं। इन पुस्तकों के माध्यम से हम ईश्वर की योजना, उनके वचनों और उनके कार्यों को संपूर्ण रूप से समझ सकते हैं।
1. उत्पत्ति (Genesis)
उत्पत्ति पुस्तक सृष्टि के साथ शुरू होती है और आदम, हव्वा, नूह, इब्राहीम, इसहाक, और याकूब के जीवन और उनके द्वारा स्थापित वाचा की कहानी बताती है। यह पुस्तक ईश्वर की सृष्टि की शक्ति और मानवता के साथ उनकी प्रारंभिक संबंधों को प्रकट करती है।
2. निर्गमन (Exodus)
निर्गमन पुस्तक में ईश्वर का मोशे के माध्यम से इस्राएली लोगों को मिस्र की दासता से मुक्त करने का विवरण है। यह पुस्तक हमारे लिए ईश्वर की मुक्ति की योजना और उनके मार्गदर्शन की महत्वपूर्ण शिक्षा प्रस्तुत करती है।
3. गणना (Numbers)
गणना पुस्तक इस्राएलियों की यात्रा का विवरण देती है क्योंकि वे वाचा के देश, कनान, की ओर अग्रसर होते हैं। इसमें उनके परीक्षणों, उनकी असफलताओं और ईश्वर की निरंतर विश्वासयोग्यता को दिखाया गया है।
4. योशुआ (Joshua)
योशुआ पुस्तक इस्राएलियों के कनान में प्रवेश और भूमि के वितरण का वर्णन करती है। योशुआ की नेतृत्व में, ईश्वर के वचनों की पूर्ति होती है और इस्राएली लोग वाचा के देश में स्थिर होते हैं।
5. न्यायकर्ता (Judges)
न्यायकर्ता पुस्तक उन नायकों का वर्णन करती है जिन्हें ईश्वर ने इस्राएल की रक्षा और न्याय की स्थापना के लिए नियुक्त किया था। यह पुस्तक ईश्वर की दया और न्याय की महत्वपूर्ण शिक्षाएं प्रस्तुत करती है।
6. समूएल का पहला ग्रन्थ (1 Samuel)
इस पुस्तक में समूएल, साऊल और दाऊद की कहानी है। यह इस्राएल की एकीकृत राज्य की स्थापना और दाऊद के राजवंश की शुरुआत को बताती है।
7. समूएल का दूसरा ग्रन्थ (2 Samuel)
दूसरा समूएल ग्रन्थ दाऊद के राज्यकाल का वर्णन करता है और उसके शासनकाल की प्रमुख घटनाओं को प्रकट करता है। यह पुस्तक हमें दाऊद के जीवन की कठिनाइयों और उसकी ईश्वर के प्रति निष्ठा को दिखाती है।
8. राजाओं का पहला ग्रन्थ (1 Kings)
पहला राजाओं का ग्रन्थ सुलैमान की बुद्धिमानी और उसके द्वारा बनाए गए मंदिर का वर्णन करता है। इसके साथ ही, यह इस्राएल के विभाजन और उत्तर और दक्षिण के राज्यों के प्रारंभिक इतिहास को भी बताती है।
9. राजाओं का दुसरा ग्रन्थ (2 Kings)
दूसरा राजाओं का ग्रन्थ इस्राएल और यहूदा के राजाओं का विवरण देता है और बाबिल के द्वारा यहूदा की निर्वासन की घटना को वर्णित करता है।
10. एज़्रा का ग्रन्थ (Ezra)
एज़्रा पुस्तक बाबिल निर्वासन के बाद इस्राएली लोगों की यरूशलेम वापसी और मंदिर के पुनर्निर्माण का वर्णन करती है। यह पुस्तक ईश्वर की पुनर्स्थापना की योजना को दिखाती है।
11. नहेम्या का ग्रन्थ (Nehemiah)
नहेम्या पुस्तक यरूशलेम की दीवारों के पुनर्निर्माण और इस्राएली समाज के धार्मिक और नैतिक पुनरुत्थान का विवरण देती है।
12. मक्काबियों का पहला ग्रन्थ (1 Maccabees)
यह पुस्तक मक्काबियाई विद्रोह का वर्णन करती है और इस्राएल की स्वतंत्रता के संघर्ष की कहानी बताती है। यह पुस्तक ईश्वर के प्रति निष्ठा और स्वतंत्रता की महत्वपूर्ण शिक्षाएं प्रस्तुत करती है।
13. लूकस (Luke)
लूकस का सुसमाचार प्रभु येसु के जीवन, शिक्षाओं, मृत्यु और पुनरुत्थान का वर्णन करता है। यह सुसमाचार हमें ईश्वर की प्रेम की योजना और मानवता के लिए उनकी मुक्ति के कार्य को समझने में मदद करता है।
14. प्रेरित-चरित (Acts of the Apostles)
प्रेरित-चरित पुस्तक प्रारंभिक कलीसिया के इतिहास का वर्णन करती है और पवित्र आत्मा के कार्य और प्रेरितों के द्वारा सुसमाचार के प्रसार को बताती है।
फादर जॉर्ज मैरी क्लैरेट इन पुस्तकों के माध्यम से बाइबिल के इतिहास की गहराइयों में उतरते हैं और हमें ईश्वर की महानता, उनके कार्यों और उनकी योजना को बेहतर ढंग से समझने में मदद करते हैं। इस वीडियो को देखकर आप न केवल बाइबिल के इतिहास को समझ पाएंगे, बल्कि आप ईश्वर के प्रेम और उनकी कृपा का भी अनुभव करेंगे। यह वीडियो उन सभी के लिए अनमोल है जो बाइबिल के गहरे अध्ययन में रुचि रखते हैं और ईश्वर के साथ अपने संबंध को और मजबूत करना चाहते हैं।
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